दोस्तों अपने कभी ना कभी ट्रेडिंग के बारे मे तो जरूर सुना होगा लेकिन आप सब के मन मे ये सवाल आता होगा के आखिर ये trading kya hai और ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं trading matlab kya hota hai तो आज हम आपको इस आर्टिकल मे बताएगे के trading kya hota hai और trading kaise kare इसी के बारे मे पूरी जानकारी देने वाले तो चलिए आज का ये आर्टिकल सुरू करते है
आप ने कई लोगों से सुना होगा की ट्रेडिंग मे लोग बहुत ही कम समय मे जादा पैसे कमा लेते है जिन लोगों को कम समय मे जादा पैसा कमाना होता है वो लोग ट्रेडिंग करते है
Trading kya hai
ट्रेडिंग का हिन्दी मे मतलब होता व्यापार यानि किसी चीज को कम कीमत मे खरीद के जादा कीमत पे बेच देना और ठीक ऐसा ट्रेडिंग मे भी होता है ट्रेडिंग मे हम किसी कंपनी के शेयर को खरीदते है और जब उसकी कीमत बढ़ जाती है तो उसे बेच देते है
अगर आप नहीं जानते के ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं तो हम आपको बता दे के ट्रेडिंग 4 तरह की होती है जिसे Scalping trading, Intraday trading, swing trading और position trading ये 4 तरह की ट्रेडिंग होती है और इनके बारे मे पूरी जानकारी आपको नीचे मिलेगी
- Scalping
- Intraday trading
- Swing Trading
- Position
Scalping trading kya hai
Scalping trading मे शेयर मार्केट खुलने से लेकर उसके बंद होने के बीच मे ही स्टॉक को बेचना होता है इसमे शेयर को स्टॉक मार्केट के खुलने के बाद शेयर को खरीदा जाता है और शेयर को 1 मिनट से लेकर 1 घंटे या जादा से जादा 2 या 3 घंटे मे ही बेच दिया जाता है और इसे ही scalping trading कहते है
Intraday trading kya hai
Intraday trading मे स्टॉक को स्टॉक मार्केट के खुलने (9:15 AM) पर खरीदा जादा है और आप इसमे स्टॉक को पूरा दिन तक अपने पास रख सकते है यानि जब तक स्टॉक मार्केट बंद नही हो जाता यानि सुबह 9:15 AM से लेकर 3:30 PM तक आप कभी भी अपने स्टॉक को बेच सकते
जब भी आपको लगे के अब इस स्टॉक का प्राइस इससे जादा नही जाएगा तब आप उसे बेच दे नही तो जब स्टॉक मार्केट बंद होगा 3:30 PM पर आपका स्टॉक अपने आप ही बिक (Sell) हो जाएगा और उस समय आपके स्टॉक का जितना भी प्राइस होगा आपको अगले दिन आपको अपने अकाउंट मे मिल जाएगा
लेकिन इसमे कई बार स्टॉक मार्केट बंद होते होते स्टॉक का प्राइस बहुत गिर जाता है और मार्केट बंद होते मे बहुत कम समय होते है और आप स्टॉक के प्राइस के बढ़ने का इंतजार नही कर सकते और कई बार आपको इसमे घाटा (Loss) भी हो सकता है इसी लिए जब आपको अपने स्टॉक का सही प्राइस मिले आपको उसे बेच देना चाहिए
Swing trading kya hai
Swing trading मे आप स्टॉक को काफी लंबे समय तक अपने पास रख सकते है यानि आप स्टॉक को 1 दिन से लेकर 7 दिन तक भी रख सकते है लेकिन आप स्टॉक को खरीद और बेच तभी सकते है जब स्टॉक मार्केट के खुलने का टाइम होता है यानि सुबह 9:30 AM से 3:30 PM तक आप अपने स्टॉक की खरीद या बेच सकते है
Option trading kya hai
Option trading भी दूसरी ट्रेडिंग की तरह ही होती है लेकिन इसमे आप किसी भी स्टॉक को खरीदने का contract (ठेका) उस कंपनी से कुछ महीने पहले ही ले लेते है जिसमे आप ये कहते है के 1 महीने बाद इस स्टॉक को जिसकी कीमत 100 रुपए है उसे 100 मे ही खरीदोगा चाहे उसकी की कीमत 100 से बढ़कर 200 हो जाए
या कम होकर 50 हो जाए मेे उसे 100 मे ही खरीदोगा और उसके लिए आप उस शेयर की बुकिंग कुछ 20 या 30 रुपए देकर पहले ही कर लेते है
जिसके बदले मे आपको एक Token मिलता है जिससे आप 1 महीने बाद उस स्टॉक को खरीद सके अब हो सकता है के 1 महीने बाद उस स्टॉक की कीमत 100 से कम होके 50 अब जैसे के इसका नाम ही Option trading है
तो इसका मतलब ही यही है के 1 महीने बाद आप उस स्टॉक जिसकी कीमत अब 50 रुपए हो चुकी है उसे खरीदे या ना खरीदे अगर आप उसे नही खरीदना चाहते तो आपको सिरफ बुकिंग ने दी गई कीमत यानि 20 या 30 रुपए का ही नुकसान हुआ तो Option trading मे आपको यही फाइदा मिलता है
Future trading kya hai
जहा Option trading मे आपको ये option मिलता है के आप उस स्टॉक को 1 महीने बाद खरीदे या ना खरीदे वही दूसरी और future trading मे आपको कंपनी के साथ पहले ही contract (ठेका) करना पड़ता है के चाहे इस स्टॉक की कीमत 100 से बढ़कर 500 हो जाए
या कम होकर 100 से 50 हो जाए मेे इस स्टॉक को 100 रुपए मे ही खरीदोगा और आपको इसकी कुछ पैसे देकर पहले ही करनी पड़ती है जिसके बदले आपको Token मिलता है और 1 महीने बाद स्टॉक की कीमत चाहे 100 से बढ़कर 500 हो जाए या 100 से कम होकर 50 हो जाए आपको वो स्टॉक हर हाल मे खरीदना ही पड़ेगा
Forex trading kya hai
Forex trading को foreign currency मार्केट भी कहते है जिसमे हम किसी एक currency से दूसरी currency मे अपने पैसे को एक्सचेंज करते है पैसे को एक्सचेंज करने के कई कारण हो सकते है
आप व्यापार करने के लिए या फिर हो सकता है के आप इंडिया से अमेरिका घूमने के लिए गए हो तो आपको Currency को इंडियन रुपए से उसे डॉलर मे बदलवाना होगा
अब मन लीजिए अपने आज 1 लाख रुपए को डॉलर मे एक्सचेंज करवाया अब मान लीजिए के आज डॉलर का प्राइस है 76 रुपए और अपने 1 लाख रुपए को डॉलर मे एक्सचेंज करवाया तो उसके बदले आपको मिले तकरीबन $1,315 Dollar और आप 15 दिन के लिए अमेरिका घूमने के लिए गए है और उसी बीच डॉलर का प्राइस 76 रुपए से 78 रुपए हो गया है और अब जब वहा से इंडिया वापस लौटेंगे तो आपको डॉलर से इंडियन रुपए मे एक्सचेंज करवाना होगा
अब जब डॉलर का प्राइस 2 रुपए बढ़कर 78 रुपए हो गया है तो अगर अब आप $1,315 डॉलर को इंडियन रुपए मे एक्सचेंज करायेगे तो अब आपको 100,000 की बजाए 1,02,500 लाख मिलेगे यानि तकरीबन आपको 2,500 रुपए जादा मिलेगे तो कुछ ऐसे ही forex trading काम करती है और साथ ही आपको बता दे के forex trading $6.6 Trillion dollar की मार्केट है यानि रोजाना पूरी दुनिया मे $6.6 Trillion Dollar की trade होती है
Traders kya hai
Traders कोई भी व्यक्ति हो सकता है जो या तो खुद के लिए या फिर किसी और संस्था के लिए स्टॉक को खरीदता और बेचता है एक trader और investor मे काफी फरक होता है एक trader स्टॉक को 1 मिनट से लेकर कुछ महीनों तक अपने आप रख सकता है
लेकिन एक investor स्टॉक को बहुत लंबे समय तक रख सकता है यानि एक इन्वेस्टर किसी भी स्टॉक को पूरी जिंदगी तक अपने पास रख सकता है और उससे अच्छा पैसा कमा सकता है
Trader | Investor |
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एक trader स्टॉक को 1 मिनट से लेकर कुछ महीनों तक अपने आप रख सकता है | एक investor स्टॉक को बहुत लंबे समय तक रख सकता है यानि एक इन्वेस्टर किसी भी स्टॉक को पूरी जिंदगी तक अपने पास रख सकता है और उससे अच्छा पैसा कमा सकता है |
एक trader मार्केट का speculate (अनुमान) लगता है ये अब ऊपर जाएगी या नीचे और उसके हिसाब से फैसला लेता है और ये फैसला उन्हे कुछ ही मिनट मे लेना होता है जिसमे उन्हे कई बार घाटा भी पड़ता है | एक investor किसी भी स्टॉक को खरीदने से पहले उस कंपनी के बारे मे जनता है कंपनी की Earning रिपोर्ट को पढ़ता है के कंपनी हर साल कितना पैसा कमाती है और कंपनी के फ्यूचर प्लान क्या है या कंपनी अगले 10 सालों मे किस लेवल पे होगी क्युकी कंपनी जितना जादा प्रॉफ़िट कमाएगी उतना ही जादा उसके investor पैसा कमाएगे |
एक trader स्टॉक को कम कीमत पे खरीदता और उसकी कीमत बढ़ने पे उसे बेच कर उससे प्रॉफ़िट कमाता है | एक investor एक स्टॉक को कम कीमत पे खरीदता है लेकिन जैसे जैसे उस स्टॉक का प्राइस बाद मे बढ़ता है वैसे ही उसके खरीदे स्टॉक की कीमत भी बढ़ जाती है और साथ ही उन्हे अपने स्टॉक पे dividend भी मिलता है |
एक trader को dividend नही मिलता है | एक investor को dividend मिलता है |
Dividend kya hota hai
Dividend एक तरह से एक ईनाम (Prize) होता है जो कंपनी अपने शेयर होल्डर (investor) को देती है क्युकी उन्होंने उस कंपनी के स्टॉक को खरीदा है जब भी कंपनी को प्रॉफ़िट होता है तो उसके हिसाब से कंपनी अपने investor को dividend देती है
कंपनी dividend को किसी भी रूप मे दे सकती है वो चाहे तो नगद पैसे दे सकती है या फिर वो अपके उसके बदले और स्टॉक दे सकती है यानि अगर आप ने 100 रुपए के हिसाब से 100 स्टॉक स्टॉक 10,000 रुपए के खरीदे थे और जब भी कंपनी को प्रॉफ़िट होगा वो आपको dividend के रूप मे आपको 2 या 5 स्टॉक dividend के रूप मे दे सकती है और उसके साथ ही आपके स्टॉक की कीमत भी बढ़ जाती है
Trading account kya hota hai
Trading account वो अकाउंट होता है जिसके जरिए हम किसी भी शेयर को खरीदते या बेचते है लेकिन Trading account मे आप सिर्फ intraday trading कर सकते है यानि आप स्टॉक को सुबह 9:15 AM से लेकर शाम 3:30 PM के बीच मे खरीद और बेच सकते है
अगर आपको किसी स्टॉक को एक दिन से जादा के लिए अपने पास रखना है या आपको कई सालों तक उस स्टॉक को अपने पास रखना है ताकि आपको जादा प्रॉफ़िट हो सके तो उसके लिए आपको Demat Account की जरूरत पड़ेगी
ट्रेडिंग और demat खाते के बीच का अंतर यह है कि ट्रेडिंग खाता आपको स्टॉक में शेयर खरीदने और बेचने के लिए इंटरफेस प्रदान करता है और trading account मे आप सिफ़ intraday trading कर सकते है
लेकिन एक Demat account शेयर और बॉन्ड, ईटीएफ, म्यूचुअल फंड यूनिट आदि को डिजिटल रूप में रखता है और demat account मे आप स्टॉक को बहुत लंबे समय यानि कई सालों तक अपने पास मे रख सकते है
आज हमने आपको बताया के Trading kya hai और ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं इसके बारे मे पूरी जानकारी दी उमीद है ये जानकारी आपको पसंद आई होगी
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